बुध को बुद्धि, तर्क एवं वाणी का ग्रह माना गया है. देवताओं में यह राजकुमार की श्रेणी को पाता है. बुध अपनी तीव्र बुद्धि के लिए प्रसिद्ध है. ज्योतिष में बुध ईश्वर का दूत भी कहा जाता है. यह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है, और सूर्य के सबसे निकटस्थ रहने वाला ग्रह भी है. बुध ग्रह ज्ञान, हास्य, मनोविनोद, संचार का प्रतिनिधित्व करता है. जब बुध धनु राशि में प्रवेश करता है, तो ज्ञान का विस्तार होता है. विचारों में वृद्धि होती है, व्यवहार में अधिक आशावादी होते हैं. कुछ ज्यादा ही अतिरंजित होते प्रतीत होते हैं. धनु में बुध का होना साहसिक कार्य के लिए आगे बढ़ने का समय होता है और कुछ नया अध्ययन करने का भी बेहतरीन समय बन सकता है. 

बुध के धनु राशि प्रवेश का समय 

बुध का धनु राशि में गोचर 03 दिसंबर को सुबह 06:47 पर होगा. आइए जानते हैं इस गोचर का सभी राशियों पर क्या प्रभाव रहेगा.

मेष राशि

मेष राशि के लिए बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी होता है और धर्म, भाग्य और भाग्य के नवम भाव में गोचर करने से जीवन में नया दृष्टिकोण होगा. इस गोचर के दौरान कार्यस्थल पर बुध कौशल को बढ़ा सकता है. मान सम्मान और प्रोत्साहन की प्राप्ति  होगी.  मेहनत ही सफलता का मार्ग दिखाएगी. मित्रों और परिवार से पर्याप्त समर्थन मिल सकता है. जीवन में आने वाली किसी भी कठिनाई को पार करने की शक्ति और दृढ़ता प्राप्त होगी. इस अवधि में जोखिम लेने वाले भी हो सकते हैं. छात्रों के लिए उच्च शिक्षा पाने का एक बेहतर समय भी दिखाई दे सकता है. 

वृषभ राशि 

वृष राशि के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव का स्वामी होता है और इस दौरान बुध का गोचर आठवें भाव में होगा. इस अवधि के दौरानअपने अधीनस्थ काम कर रहे लोगों के साथ  बातचीत करते समय सतर्क रहने की आवश्यकता है. चीजों को शांत और व्यवस्थित तरीके से करना होगा अन्यथा दूसरे लोग परेशानी खड़ी कर सकते हैं. स्वभाव में मौजूद आक्रामकता या हठधर्मिता से बचना चाहिए क्योंकि यह परेशानी में डाल सकता है. धीरे-धीरे ही प्रयास सफल होंगे और सकारात्मक प्राप्त हो सकती है. नौकरी या व्यवसाय में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. किसी भी समस्या से बचने के लिए सतर्क और चौकस रहने की आवश्यकता होगी. स्वास्थ्य की दृष्टि से परेशानी रहेगी चिकित्सक की सलाह पर काम करना राहत देने वाला होगा. 

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए बुध पहले और चौथे भाव का स्वामी होता है और इस समय सप्तम भाव में गोचर करेगा. ये समय साझेदारी, विवाह, व्यापार और आयात-निर्यात पर असर डालेगा. यह आर्थिक विकास के लिए अच्छा रह सकता है. भाग्य कुछ सहायक होगा. वैवाहिक जीवन में साथी के साथ कुछ भावुक और मृदुभाषी हो सकते हैं. परिवार के लिए अधिक समर्पित रह सकते हैं. यात्राओं को करने का अवसर भी प्राप्त होगा. स्वास्थ्य के लिहाज से इस अवधि के दौरान थोड़ा सचेत रहना होगा क्योंकि मौसम में बदलाव हेल्थ पर असर डाल सकता है. 

कर्क राशि 

कर्क राशि के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव का स्वामी होता है और इस समय बुध का गोचर छठे भाव में होगा. नौकरी के क्षेत्र में तेजी का समय है नए काम की प्राप्ति होगी. कड़ी प्रतिस्पर्धा भी हो सकती है. गोचर के दौरान अपने कार्यस्थल पर प्रदर्शन को लेकर दबाव का अनुभव कर सकते हैं. अपने शेड्यूल को पूरा करने में थोड़ी कठिनाई की भी संभावना हो सकती है. इस समय त्वचा और पित्त से संबंधी हेल्थ समस्याएं उभर सकती हैं. आराम करने की आवश्यकता होगी और अपना तनाव दूर करना भी आवश्यक होगा. 

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए बुध दूसरे और एकादश भाव का स्वामी होता है और पंचम भाव में बुध का गोचर होगा. इस समय बुद्धि, विवेक, प्रेम संबंध, जीवन और संतान पर इसका असर होगा. इस गोचर के दौरान, छात्रों को परिणामों में अच्छे अंकों की प्राप्ति हो सकती है. दोस्तों के साथ कुछ अनबन होगी लेकिन वह जल्द दूर भी हो जाएगी  प्रतियोगी नुकसान पहुंचाने के अपने प्रयास में सफल नहीं होंगे. अपनी प्रतिभा को दूसरों के सने रख पाएंगे. कुछ अच्छी सफलताएं मिल सकति हैं.  कई स्रोतों से अच्छा वित्तीय लाभ मिल सकता है. जो लोग प्रतियोगी परीक्षाओं और साक्षात्कार की तैयारी कर रहे हैं, उनके परीक्षा में सफल होने की संभावना अधिक है.

कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए बुध पहले और दशम भाव का स्वामी होता है. इस समय चतुर्थ भाव में बुध का गोचर होगा. गोचर का असर माता, सुख-सुविधा, वाहन, चल संपत्ति आदि में हो सकता है. 

बुध का गोचर आपको कुछ वस्तुओं की प्राप्ति हो सकती है. पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है. परिवार में किसी बड़े विवाद को टालने का प्रयास करना चाहिए. शांत रह कर चीजें अनुकूल रहेंगी. इस गोचर के दौरान, कुछ सुख-सुविधाओं को बःई प्राप्त कर सकते हैं. करियर में व्यस्तता रहेगी. काम के सिलसिले में यात्राओं का समय होगा. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए बुध नवम और बारहवें भाव का स्वामी होता है. इस समय बुध का गोचर तीसरे घर होगा. प्रतिभाएं विकसित होंगी और कुछ शोक भी इस समत पूरे कर पाएंगे. शक्तिशाली व्यक्ति के रूप में उभरेंग. इस अवधि में दूसरों पर हावी रह पाएंगे. मित्रों के साथ मौज-मस्ती का अवसर भी मिलेगा. व्यावसायिक उन्नति के लिए अनुकूल साबित होगा. अपने प्रयासों में सफलता के कुछ अच्छे मौके होंगे. यदि कोई नई परियोजना या नया काम शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो ऐसा करने का यह अनुकूल समय हो सकता है. इस अवधि में यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं, छोटी यात्राएं अच्छे परिणाम प्रदान करेंगी. स्वभाव की दृढ़ता, काम में आगे बढ़ने में मदद करेगी. 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के लिए बुध अष्टम और एकादश भाव का स्वामी होता है. बुध का गोचर इस समय दूसरे भाव में होगा. अपने व्यवसाय में अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं. आर्थिक लाभ पाने और अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए बहुत मेहनत करनी होगी तभी सफलता भी मिलेगी. जीवन में आने वाली किसी भी कठिनाई को पार करने की शक्ति और दृढ़ता प्राप्त होगी. इस अवधि में जोखिम लेने वाले भी हो सकते हैं. निवेश की योजनाओं को सावधानीपूर्वक बनाने की कोशिश करनी होगी क्योंकि वस्तुओं पर खर्च करने की संभावना अधिक बनी हुई है. शोध करने वाले छात्रों के लिए उच्च शिक्षा पाने का एक बेहतर समय भी दिखाई दे सकता है. खान पान में ध्यान रखें मुख या गले संबंधी रोग परेशानी दे सकते हैं. 

धन राशि

धनु राशि के लिए बुध सप्तम और दशम भाव का स्वामी होता है. इस समय बुध का गोचर प्रथम भाव में होगा. यह आपके मानसिक रुप से कई विचारों से रुबरु कराने वाला होगा. कुछ मनमानी या जिद का भाव स्वभाव में देखने को मिल सकता है. इस गोचर के दौरान, पदोन्नति और अतिरिक्त कार्य जिम्मेदारियां मिलने की प्रबल संभावना है. इस दौरान कार्यक्षेत्र में बुद्धि और कौशल की प्रशंसा होगी. व्यवसाय में प्रयासों द्वारा अतिरिक्त काम मिलने की संभावना होगी. धन खर्च की स्थिति भी बनी रह सकती है. 

मकर राशि

मकर राशि के लिए बुध छठे और नौवें भाव का स्वामी होता है. इस समय बुध का गोचर बारहवें भाव में होगा. इस समय बहुत अधिक जोश या जल्दबाजी से बचना चाहिए. निजी जीवन में, शांति की कमी परेशानी दे सकती है. अपने रिश्ते में व्यथित महसूस कर सकते हैं. कुछ समय अकेले बिताने की इच्छा भी रह सकती है. इस समय व्यर्थ के काम के ऊर्जा को खराब करने से बचें. स्वास्थ्य की दृष्टि से, पूर्व में हुई स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में सावधान रहने की आवश्यकता है क्योंकि इस समय वह उभर सकती हैं. यात्राएं होंगी जिनमें धन और शक्ति दोनों का व्यय बना रह सकता है. बाहरी संपर्क कुछ लाभ दे सकते हैं, इसी के साथ विदेश से संपर्क स्थापित होने का भी समय होगा. 

कुंभ राशि

कुम्भ राशि के लिए बुध पंचम और अष्टम भाव का स्वामी होता है. इस समय बुध का गोचर एकादश भाव में होगा. अपने धन को बढ़ाने के लिए मेहनत और प्रयास अधिक बने रह सकते हैं जिनका सकारात्मक परिणाम भी मिलेगा. इस समय कुछ वाहन, वस्त्र आभूषण इत्यादि पर धन व्यय होगा. आर्थिक स्थिति मजबूत होगी अतिरिक्त आय की प्राप्ति होगी.  वरिष्ठों द्वारा सहयोग मिल सकता है, किए गए अच्छे काम के लिए आपकी सराहना भी हो सकती है.  चीजें पक्ष में काम करेंगी. पारिवारिक एवं प्रेम जीवन में नए व्यक्तियों का आगमन हो सकता है. छात्रों में संचार कौशल और तर्कशक्ति में वृद्धि होगी. इससे आपको दूसरों से जुड़ने में मदद मिल सकती है. 

मीन राशि

मीन राशि के लिए बुध चौथे और सातवें भाव का स्वामी होता है. इस समय बुध का गोचर दशम भाव में होगा. करियर में कुछ बदलाव होगा, नए काम की प्राप्ति हो सकती है. नए व्यवसाय को लेकर कुछ काम शुरु कर सकते हैं. अपनी कड़ी मेहनत और प्रयास द्वारा नए प्रोजेक्ट मिल पाएंगे. काम के चलते परिवार में अधिक समय बिताने को नहीं मिल पाए.  स्वयं को ऊर्जावाल पाएंगे लेकिन अत्यधिक तेजी से बचें. किसी आवश्यक कागजातों पर ध्यान पूर्वक हस्ताक्षर करें. अधिकारियों के साथ मेलजोल बढ़ेगा. मित्रों का सहयोग मिल सकता है. प्रतिस्पर्धाओं को लेकर सजग रहें परिश्रम ही अच्छे परिणाम दिला सकता है.