दर्श ज्येष्ठ अमावस्या को बहुत ही विशेष तिथि के रुप में पूजा जाता है. इस तिथि को "दर्श ज्येष्ठ अमावस्या" कहा जाता है. इस अमावस्या तिथि पर पूजा-पाठ और स्नान के लिए विशेष पूजा-पाठ का आयोजन किया जाता है. इस समय पर पितरों का पूजन किया जाता है.

वट सावित्री अमावस्या जिसे विशेष रूप से विवाहित स्त्रियां अपने पति की दीर्घायु, सुख-समृद्धि और परिवार की खुशहाली के लिए मनाती हैं. यह पर्व सावित्री और सत्यवान की अमर कथा पर आधारित है जो पत्नी की तपस्या, भक्ति और दृढ़ संकल्प की प्रतीक मानी

भारतीय संस्कृति में तिथियों और पर्वों का विशेष महत्व रहा है. ये केवल धार्मिक कर्तव्यों तक सीमित नहीं होते, बल्कि व्यक्ति के मानसिक, आध्यात्मिक और सामाजिक जीवन में भी एक अहम भूमिका निभाते हैं. इन्हीं पर्वों में से एक है एकादशी, जो विशेष रूप

हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास वर्ष का तीसरा महीना होता है, जो वैशाख मास के बाद आता है. यह मास विशेष रूप से तप, संयम, और पवित्र आचरण के लिए जाना जाता है. इस माह में सूर्य देवता का विशेष पूजन किया जाता है, क्योंकि यह समय ग्रीष्म ऋतु का

वैशाख पूर्णिमा हिन्दू पंचांग के अनुसार वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है. यह तिथि धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत पावन मानी जाती है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है. साथ ही, बुद्ध पूर्णिमा

हिंदू धर्म में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और प्रथम पूज्य देवता के रूप में पूजा जाता है. वर्ष भर में भगवान गणेश को समर्पित कई व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें से संकष्टी चतुर्थी का विशेष स्थान है. प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को

भारतीय संस्कृति में व्रत और पर्वों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रहा है. इनका न केवल धार्मिक महत्व है, बल्कि आध्यात्मिक, मानसिक और शारीरिक शुद्धि से भी इनका गहरा संबंध है. इन्हीं पर्वों में से एक है प्रदोष व्रत, जो प्रत्येक मास के शुक्ल और

चित्रा पौर्णमि का पर्व तमिल हिन्दुओं का एक विशेष त्यौहार है जो चिथिराई माह में आने वाली पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है. इस त्योहार का संबंध चित्रगुप्त जी से है जिन्हें यमराज का सहायक माना जाता है. भगवान चित्रगुप्त सभी जीवों के कर्मों का

नरसिंह चतुर्दशी वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी के दिन मनाई जाती है। भगवान नरसिंह का संबंध हमेशा से ही शक्ति और विजय से रहा है। मान्यताओं और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान विष्णु ने इस दिन भगवान नरसिंह के रूप में अवतार लिया था और

वृषभ संक्रांति का समय ज्येष्ठ संक्रांति के नाम से भी मनाया जाता है। सूर्य के मेष राशि से निकल कर वृषभ राशि में जाने का समय ही संक्रांति के रुप में पूजनीय रहा है। भारत एक ऐसा देश है जहाँ खगोलीय घटना न केवल वैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण

हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व होता है. हर माह में दो एकादशी होती हैं एक शुक्ल पक्ष में और दूसरी कृष्ण पक्ष में. अपरा एकादशी, जिसे 'अचला एकादशी' भी कहा जाता है, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है. यह एकादशी

वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को देवी पीताम्बरा का प्राकट्य दिवस माना जाता है. इसी कारण यह दिन मां पीताम्बरा जयंती के रूप में पूरे भारतवर्ष में भक्ति और उल्लास के साथ मनाया जाता है. देवी पिताम्बरा को बगलामुखी नाम से भी पूजा जाता

वैशाख माह की स्कंद षष्ठी भारतीय संस्कृति में व्रत एवं त्योहारों का अत्यंत महत्व है. ये न केवल धार्मिक विश्वासों का प्रतीक होते हैं बल्कि समाजिक और आध्यात्मिक विकास के भी माध्यम होते हैं. ऐसे ही एक महत्वपूर्ण व्रत एवं उत्सव का नाम है स्कंद

गंगा सप्तमी: कथा, पूजा, महत्व और लाभ भारतीय संस्कृति में नदियों को माता का स्थान प्राप्त है. इनमें से सबसे पवित्र और पूजनीय नदी है गंगा. गंगा को केवल एक नदी नहीं, बल्कि एक जागृत देवी के रूप में पूजा जाता है. गंगा सप्तमी गंगा मैया के अवतरण

जैन धर्म एक अत्यंत अनुशासित और तप साधना से संपन्न पंथ है, जिसमें आत्मशुद्धि का विशेष स्थान है. इस पंथ में अनेक व्रत, उपवास और तपस्या की जाती हैं, जिनमें से वर्षी तप एक अत्यंत कठोर और श्रद्धापूर्ण व्रत माना जाता है. इस तपस्या के समापन दिवस

हिंदू धर्म में प्रत्येक देवता किसी न किसी ग्रह, दिन और गुण से जुड़े होते हैं. इसी परंपरा के अंतर्गत भगवान मुरुगन जिन्हें कार्तिकेय, स्कंद, कुमारस्वामी और सुब्रमण्यम भी कहा जाता है। भगवान मुरुगन को मंगलवार के दिन विशेष रूप से पूजा जाता है.

हिंदू धर्म में शिवरात्रि का विशेष महत्व है. यह पर्व भगवान शिव को समर्पित होता है, जिसे भक्तगण अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाते हैं. वर्ष में एक बार महाशिवरात्रि के अलावा हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है.

वैशाख विनायक चतुर्थी पर्व वैशाख माह की मासिक विनायक चतुर्थी के दिन भगवान श्री गणेश की पूजा एवं अराधना की जाती है। वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के समय श्री गणेश वंदना करने से भक्तों को जीवन में सुख एवं शांति की प्राप्ति होती है. ग्रह

भानु सप्तमी: भानु सप्तमी के दिन राशि उपाय भानु सप्तमी हिंदू धर्म में सूर्य देवता को समर्पित एक विशेष तिथि है. यह पर्व प्रत्येक मास की शुक्ल और कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है, लेकिन विशेष मान्यता माघ मास और वैशाख मास में आने

भारतवर्ष में विभिन्न धार्मिक पर्व-त्योहारों का विशेष महत्व है. इन्हीं में से एक अत्यंत शुभ और पुण्यदायक दिन है गंगा तृतीया. इसे अक्षय तृतीया भी कहा जाता है. यह पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. गंगा तृतीया न