मंगल का मकर राशि में गोचर  26 फरवरी 2022, शनिवार

समय दोपहर 14:46 बजे 

मंगल धनु राशि से निकल कर अपनी उच्च राशि मकर में प्रस्थान करेंगे. ज्योतिष की दृष्टि से मंगल के मकर राशि में होना एक महत्वपूर्ण घटना होती है, लेकिन इस समय ये ओर भी खास इसलिए होगी क्योंकि मंगल मकर राशि में जाते ही शनि के साथ युति संबंधों में होंगे. ज्योतिष शास्त्र में मंगल और शनि दोनों ही को काफी कठोर ग्रह का स्थान प्राप्त है. ऎसे में मंगल - शनि का मकर में होना जो की एक की उच्च राशि है और दूसरे की स्वराशि तो स्थितियां भौगौलिक एवं सामाजिक समस्त क्षेत्रों पर ही अपना गहरा प्रभाव डालने वाली होंगी. 

मुंडेन में मंगल शनि योग
मुंडेन ज्योतिष में मंगल शनि का योग अनुकूलता की कमी को दर्शाता है. इस समय के दौरान किसी न किसी प्रकार की भौगौलिक घटनाएं देखने को मिल सकती हैं. इस समय पर प्राकृतिक घटनाओं का भी समय होगा जो भूंकप, अग्नि, बाढ़, अतिवृष्टि, सूखा, आतंकी घटनाएं इत्यादि प्रभाव डालने वाली होंगी. इस समय के दौरान अलगाव विद्रोह तथा राजनीति से जुड़े मामले सरकारों की नीतियां ओर सामाजिक असंतोष का माहौल अधिक बढ़ने वाला है.

मंगल और शनि का योग चाहे दृष्टि संबंध में हो या फिर एक साथ युति संबंध में बने ये किसी न किसी रुप में दूरगामी प्रभाव डालने वाला होता ही है.

मेष राशि

मेष राशि के लिए मंगल पहले और आठवें भाव के स्वामी बनते हैं और इस समय कर्म क्षेत्र पर इनका गोचर होगा तो स्वभाविक है की ये समय काम के क्षेत्र में कुछ बदलावों को दिखाएगा. परिवार में भी इसका असर होगा. भौतिक सुख सुविधाओं एवं संपत्ति से जुड़े मसले अधिक असर डालेंगे. 

वृषभ राशि 

वृष राशि के लिए मंगल सातवें और बारहवें भाव के स्वामी बनते हैं और अभी के समय में भाग्य भाव पर इनका गोचर होगा. सामाजिक, पारिवारिक वैवाहिक क्षेत्र में एवं आध्यात्मिक स्थिति में बदलाव नजर आएंगे. यात्राओं का समय है ओर अपव्यय के प्रति सावधान रहना होगा. 

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए मंगल छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी बनते हैं जो अष्टम में गोचर करेंगे तो इस स्थिति में आर्थिक क्षेत्र अवश्य प्रभावित होगा. कानूनी मामले तथा गुप्त रहस्यों पर आप की जानकारी अलग ही स्तर को पाएगी. कोई भी कार्य जो करें उसे काफी संभल कर उचित विचार विमर्श से शुरु करना होगा. 

कर्क राशि

कर्क राशि के लिए मंगल दसवें और पांचवें भाव के स्वामी होते हैं तथा योगकारक ग्रह की भूमिका भी दर्शाते हैं. इस समय सप्तम भाव पर इनका गोचर प्रेम संबंधों एवं दांपत्य जीव, संतान एवं शिक्षा इन सभी क्षेत्रों पर असर होगा इसी के साथ कुछ नी जिम्मेदारियों ओर लाभ की प्राप्ति भी होगी. 

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए मंगल चतुर्थ और नवम भाव के स्वामी होते हैं और इस समय छठे भाव में गोचर करेंगे. सिंह के लिए भी मंगल एक अनुकूल ग्रह हैं. प्रतिस्पर्धा अधिक होगी लेकिन सफलता का मार्ग भी मिलेगा. क्रोध एवं जिद को नियंत्रित रखना होगा. घर पर कुछ बदलाव होगा तथा यात्राएं भी रहेंगी. 


कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए मंगल तीसरे और आठवें भाव का प्रतिनिधित्व करते हैं और इस समय पंचम भाव पर गोचर करेंगे जिसके फलस्वरुप चुनौतियों का सामना करना होगा. रिश्तों में दुराव-छुपाव से बचना होगा. स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना होगा. परिश्रम द्वारा सफलता के संकेत उभरेंगे. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए मंगल द्वितीय और सप्तम भाव का स्वामित्व पाते हैं ओर इस समय सुख स्थान पर इनका गोचर होगा तो विशेष रुप से यह आपके सुख को प्रभावित करने वाले होंगे. नए लोगों से मेल जोल होगा. स्त्री पक्ष की ओर से कुछ चिंता रह सकती है. घरेलू जीवन में व्यर्थ के विवादों से बचन अहोगा आर्थिक लाभ की स्थिति बनेगी. 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल पहले और छठे भाव के स्वामी होते हैं और इस समय पराक्रम के भाव पर इनका गोचर होगा. इस समय छोटे भाई बहनों के साथ नोक झोंक रह सकती है. यात्राओं में सावधानी बरतें. कुछ प्रतियोगिताओं में शामिल होंगे तथा पद प्राप्ति का समय होगा. 

धनु राशि

धनु राशि के लिए मंगल पंचम और बारहवें भाव के स्वामी बनते हैं तथा इस समय दूसरे भाव धन भाव पर इनका गोचर होगा. अब समय है आर्थिक लाभ के साथ साथ खर्चों में वृद्धि से रुबरु होने इसलिए अपव्यय से बचना होगा. कोई बाहरी व्यक्ति जीवन में अचानक से प्रवेश कर सकता है. वानी में कठोरता से बचना होगा. स्वास्थ्य का ख्याल बनाए रखें. 

मकर राशि

मकर राशि के लिए मंगल चतुर्थ और एकादश भाव का स्वामित्व प्राप्त करते हैं. इस समय मकर वालों के राशि पर ही मंगल का गोचर होना है तो जल्दबाजी और जिद से दुर रहना होगा. इस समय आत्मविश्वास में वृद्धी होगी लेकिन विचारों में नियंत्रण भी चाहिए. जितना धीरज से काम लेंगे उतना ही सफलता के देख पाएंगे. 

कुंभ राशि

कुंभ राशि के लिए मंगल तीसरे और दसवें भाव के स्वामी बनते हैं और इस समय पर व्यय भाव पर इनका गोचर होगा तो ध्यान पूर्वक स्थितियों का अवलोकन करने की जरुरत होगी. इस समय किसी भी प्रकार के व्यय से आप प्रभावित रहेंगे. अपने आप को ओर भी संतुलित करना होगा तभी उचित मार्ग को प्राप्त कर पाएंगे. 

मीन राशि

मीन राशि के लिए मंगल नवम और द्वितीय भाव के स्वामी बनते हैं और इस समय मंगल का गोचर लाभ भाव पर होगा तो अब समय होगा कुछ चीजों की प्राप्ति करने का, इस समय महत्वकाक्षाओं को पूरा करने के लिए मार्ग भी मिलेगा जिसके लिए खुद को उचित रुप से आगे ले जाना स्वयं पर निर्भर होगा.