24 जनवरी 2020 में शनि ग्रह का प्रवेश मकर राशि में होगा. 2020 से 2022 के आरंभ तक शनि मकर राशि में ही गोचर करेंगे. 11 मई 2020 को मकर राशि में ही वक्री होकर गोचर करेंगे. इसके बाद 29 सितंबर 2020 को मार्गी होकर मकर राशि में गोचर करेंगे. 
मकर राशि शनि की स्व राशि है तीस वर्षों के पश्चात शनि अपने घर पर आ रहे हैं तो इस कारण ये गोचर विशेष रुप से प्रभावशाली होगा. अईये जानते हैं की शनि का गोचर सभी राशि के जातकों के लिए क्या फल लेकर आएगा. 
मेष राशि वालों के लिए शनि का गोचर 
 मेष राशि के जातकों के लिए शनि का गोचर उनके दसवें भाव पर हो रहा है. 
शनि का गोचर जातकों के काम को अवश्य प्रभावित कर सकते हैं.
जातक के लिए ये समय ट्रैवलिंग का भी होगा.
इस समय कई लोगों के साथ मुलाकातें होंगी जो कार्य क्षेत्र के लिए फायदेमंद भी होंगी. 
नौकरी में कुछ मुद्दों को लेकर भी चिंताएं रहेंगी और कुछ नए काम भी बनने की उम्मीदें बढ़ेंगी. 
सुख में कमी आ सकती है रिश्तों में तनाव भी बढ़ सकता है. 
रिश्तों के मध्य पैसों को अधिक अहमियत दी जा सकती है. 
उपाय - सोमवार के दिन शिवलिंग पर पंचामृत से अभिषेक करें 
वृषभ राशि वालों के लिए शनि का गोचर. 
वृषभ राशि के जातकों के लिए शनि का गोचर नवम भाव में होगा. 
वृषभ राशि वालों के लिए गुरु भाग्य और कर्म के स्वामी हैं. 
वृषभ राशि वालों के लिए यह समय नए बदलावों और नई काम और नीतियों को लाएगा. 
लम्बे समय से सोचे चले आ रहे काम अब जाकर आरंभ होने की अच्छी उम्मीद दिखाई देती है. 
कुछ कारणों से भाग्य का वो फल नही मिल पाएगा जिसका मिलना आवश्यक है, लेकिन फिर भी समय कुछ सकारात्मक पक्ष में रहेगा.
भाई बंधुओं के साथ कुछ विरोधाभास की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है, इसलिए स्वयं को शांत रखें. समय आने पर परिस्थितियां पक्ष में भी होंगी. 
उपाय - गरीबों को चने की दाल से बनी खिचड़ी खिलाएं. 
मिथुन राशि वालों के लिए शनि का गोचर 
मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि का गोचर आठवें भाव में आरंभ होगा. 
आपके लिए शनि नवम और अष्टम भाव के स्वामी हैं. 
आठवें भाव पर शनि का गोचर होने के कारण चले आ रहे कामों में किसी कारण से देरी हो सकती है. 
किसी के द्वारा आप की शिकायत लगाई जा सकती है. 
इस समय आपको सजग होकर काम करना होगा. 
दूसरों पर निर्भरता से बचने की आवश्यकता है. 
परिवार में किसी संपत्ति से लाभ मिलने की संभावनाएं भी आगे आएंगी. 
शनि की ढैय्या के चलते तनाव और कष्ट बढ़ेगा. 
काम के क्षेत्र में भी बदलाव देखने को मिलेंगे.  
पारिवारिक कलह बढ़ सकती है और बीमारी का प्रभाव भी आप पर असर डाल सकता है. उपाय - माता का सम्मान करें और उन्हें कुछ वस्तुएं भेंट दीजिए. 
कर्क राशि वालों के लिए शनि का गोचर 
कर्क राशि के जातकों के लिए शनि का गोचर सातवें भाव में होगा. 
व्यवसाय और पारिवार से जुड़े कुछ मुद्दे अचानक से आपके लिए एक बड़ी समस्या का कारण बन सकते हैं. 
कामों को लेकर टाल मटोल की आदत इस समय बढ़ सकती है या आलस्य का प्रभाव भी आप पर रह सकता है. 
इस समय आपको दांपत्य जीवन में भी सुख की कमी दिखाई देगी. 
जो विवाह के इच्छुक हैं उनके लिए विवाह का समय भी अब से आरंभ होगा. 
क्रोध अधिक रह सकता है. 
उच्च अधिकारियों की ओर से कुछ सहयोग बने लेकिन छुपे हुए विरोधियों का दबाव आपको पूरा लाभ नही देगा.
सहयोगी और साझेदारों के साथ अनबन अधिक रहने वाली है. 
शनि का ताम्र पाया होने पर कुछ अच्छे लाभ के मौके भी उभरेंगे. 
उपाय - असहाय लोगों की मदद करें और मंदिर में कुछ खाने की वस्तु दान करें.
सिंह राशि वालों के लिए शनि का गोचर 
सिंह राशि वालों के लिए शनि का गोचर छठे भाव में होगा. 
शनि का छठे भाव में गोचर आपको अपने विरोधियों से ड्टकर सामना करने की शक्ति देगाऔर आप उन्हें परास्त कर पाने में भी सफल होंगे. 
कुछ स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानी झेल सकते हैं. चिकित्सक के चक्कर भी लगाने पड़ सकते हैं. 
परिवार में चले आ रहे वाद विवाद में आप विजय प्राप्त कर सकते हैं. 
कार्यक्षेत्र में आपको अपने बॉस के साथ मतभेद उभर सकते हैं. 
कई बार आपके सामने कठिन और विपरित परिस्थितियां भी आएंगी, पर परेशान न हों क्योंकि आप उन्हें परास्त कर पाने में सक्षम होंगे. 
यात्रा के मौके बनेंगे और खर्च भी अधिक रहने वाले हैं. 
उपाय - शिव चालिसा का पाठ 40 दिनों तक लगातार करें. 
कन्या राशि वालों के लिए शनि का गोचर 
कन्या राशि के जातकों के लिए शनि का गोचर पांचवें भाव में होगा. 
इस समय आपके नए रिश्तों का आरंभ हो सकता है.
 नए मित्र बन सकते हैं तो कुछ पुराने दोस्तों के साथ विवाद भी उभर सकता है. 
शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों को इस समय अधिक मेहनत करने की जरुरत होगी. 
जो छात्र घर से दूर जाकर शिक्षा पाने का सोच रहे हैं उन्हें इस समय तैयारी शुरु कर देनी चाहिए. 
प्रेम संबंधों में आरंभिक समय थोड़ा तनाव लाने वाला होगा लेकिन धीरे धीरे रिश्तों में सुधार होगा. 
बच्चों को लेकर माता-पिता अधिक सजग दिखाई देंगे. 
जो दंपति संतान सुख का इंतजार कर रहे हैं उन्हें अब कुछ अच्छी खबर भी सुनने को मिल सकती है. 
उपाय - मीट्टी के बर्तन में सरसों के तेल का दान करें 
तुला राशि के लिए शनि का गोचर 
तुला राशि के जातकों के लिए शनि का गोचर चौथे भाव में होगा. 
शनि की ढैय्या का प्रभाव इन पर रहेगा. 
शनि का पाया लोहा होगा इस कारण भी आर्थिक क्षेत्र में संघर्ष अधिक रह सकता है. 
शनि का प्रभाव आप लोगों को परिवार की ओर से मिलने वाले मानसिक तनाव को बढा़ने वाला होगा. 
कई बार कुछ कामों के लिए आपको व्यर्थ का तनाव भी झेलना होगा. 
कुछ नया काम अगर अभी शुरु करने की सोच रहे हैं तो खर्च के लिए भी तैयार रहें. 
घर में मेहमानों का आगमन होगा. 
कुछ अच्छी खबर भी सुनने को मिल सकती है. 
दोस्तों का सहयोग मिलेगा और उनके साथ से आप आगे भी बढ़ पाएंगे. 
प्रेम संबंधों में थोड़ा ध्यान रखें अधिक जिद्द और अपनी बात को ही आगे रखना सही नहीं होगा. 
उपाय - श्री विष्णु भगवान का पूजन करें. 
 वृश्चिक राशि के लिए शनि का गोचर 
वृश्चिक राशि के लोगों के लिए शनि का गोचर उनकी कुण्डली के तीसरे भाव पर होगा. 
ऎसे में आप थोड़े आलसी हो सकते हैं लेकिन अपने काम को पूरा करने के लिए भी पूरे मन से आगे बढ़ना चाहेंगे. 
शुरुआत में आपके काम बेहतर तरीके से आगे बढ़ सकते हैं. 
अपने माता-पिता को आप किसी यात्रा पर भी ले जाने वाले हैं.
 प्यार के मामले में थोड़ा कम लकी हों लेकिन नए दोस्त तो बन सकते हैं.
 छात्र अपनी पढ़ाई को अच्छे से करें क्योंकि कई बार आपका टाल मटोल करना परेशानी पैदा कर सकता है. 
काम काज में आर्थिक लाभ भी होगा और आप नई चीजों को खरीदने का मन भी बनाएंगे. 
उपाय - अमावस्या के दिन खीर का दान करें  
धनु राशि में वालों के लिए शनि का गोचर
धनु राशि वालों के लिए शनि का गोचर दूसरे भाव पर होगा.
 इस समय आप शनि की साढेसाती का तीसरा चरण देखेंगे. 
आपके लिए थोड़ा मानसिक तनाव इस समय कम होने की उम्मीद बंधेगी. 
कुछ लाभ भी होगा जिसका उपयोग आप अपने कर्ज एवं अपने रुके हुए कामों को पूरा करने के लिए कर सकते हैं. 
थोड़ा ध्यान रखें क्योंकि विरोधी आप को परेशान करने की कोशिश करेंगे. 
स्वास्थ्य का ख्याल रखें दुर्घटना एवं कोई चोट लग सकती है. 
इस समय आपकी कुछ लम्बी दूरी की यात्रा भी होगी. 
उपाय - शनि मंत्र का जाप नियमित रुप से 108 बार किया करें 
मकर राशि वालों के लिए शनि का गोचर 
आप के लिए इस समय शनि का गोचर भागदौड़ बढा़ने वाला होगा. 
कई ऎसे कामों पर एनर्जी खराब होगी जिन्हें करने की आवश्यकता भी नहीं हो. 
अपने लोगों के साथ दूरी का अनुभव करेंगे. 
प्रेम संबंधों को लेकर इस समय आप थोड़े कठोर हो सकते हैं. 
अपनी जिद और अपनी सोच के चलते आप अलगाव भी अनुभव कर सकते हैं. 
मकर राशि के जातकों के लिए शनि की साढे़साती का मध्य भाग होने के कारण चिंताएं बढ़ेंगी. 
अपने प्रियजनों के साथ अलगाव भी उत्पन्न हो सकता है. 
काम के क्षेत्र में नए मौके मिलेंगे इस समय स्थान परिवर्तन के योग भी बनेंगे. 
उपाय - तेल का दीपक पीपले के वृक्ष के नीचे जलाएं. 
कुम्भ राशि वाली के लिए शनि का गोचर 
कुम्भ राशि के लोगों के लिए शनि का गोचर बारहवें स्थान पर होगा.
व्यर्थ की भागदौड़ और वाद विवाद उभर सकते हैं. 
इस समय के दौरान आप कुछ अधिक क्रोधी हो सकते हैं.
अधिक खर्चीले भी होंगे. 
किसी कानूनी वाद-विवाद का निपटारा इस समय होना संभव है.
आपके लिए सुझव है की बहुत अधिक जोखिम उठाने से बचें. 
चोट इत्यादि लगने का भी भय है. 
एक बात बेहतर होगी की आप अपने शत्रुओं को परास्त कर सकते हैं. 
धर्म स्थल की यात्रा और किसी गुरु समक्ष व्यक्ति से मिलने का मौका भी मिलेगा. 
अपने प्रेम संबंधों में दूसरे का हस्तक्षेप भी इस समय बढ़ सकता है. 
उपाय - मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी को पान चढ़ाएं 
मीन राशि के जातकों के लिए शनि का गोचर 
मीन राशि वालों के लिए शनि का गोचर एकादश भाव में होने वाला है. 
इस समय लाभ भी मिलने की अच्छी उम्मीद जागती है. 
अचानक से कोई व्यक्ति आपके जीवन में आकर आपको हैरान कर सकता है.
आप अपने रिश्तों और प्रेम संबंधों के मध्य खिंचतान का अनुभव कर सकते हैं. 
दोस्तों के साथ घूमने फिरने के मौके बनेंगे. कुछ यात्राएं आपको लाभ भी दिला सकती हैं. 
आप अपनी बातों को दूसरों से अधिक छुपाने वाले हैं. 
अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें लापरवाही परेशानी पैदा कर सकती है.
पैतृक संपत्ति को लेकर अपनों के साथ संबंध तनाव में आ सकता है. 
बच्चों का सुख इस समय आपको मिलने की अच्छी उम्मीद दिखाई देती है. 
उपाय - शिवलिंग पर जलाभिषेक करें.