शनि क्या है । The Saturn in Astrology । Know Your Planets- Saturn | Satrun and Choice of Profession

शनि ग्रह को समझने के लिए सबसे पहले शनि की कारक वस्तुओं को जानना आवश्यक है. शनि ज्योतिष में आयु का कारक ग्रह है. इसके प्रभाव से प्राकृ्तिक आपदायें, मृ्त्यु, बुढापें, रोग, निर्धनता,पाप, भय, गोपनीयता, कारावास, नौकरी, विज्ञान नियम, तेल-खनिज, कामगार, मजदूर सेवक, सेवाभाव, दासता, कृ्षि, त्याग, उंचाई से गिरना,  अपमान, अकाल, ऋण, कठोर परिश्रम, अनाज के काले दानें, लकडी, विष, टांगें, राख, अपंगता, आत्मत्याग, बाजू, ड्कैती, रोग, अवरोध, लकडी, ऊन, यम अछूत, लंगडेपन, इस्पात, कार्यो में देरी लाना. 

शनि के मित्र ग्रह कौन से है. | Which are the friendly planets of the Saturn.  

बुध व शुक्र शनि के मित्र ग्रह है.  

शनि के शत्रु ग्रह कौन से है. |  Which are the enemy planets of the Saturn.

सूर्य,चन्द्र तथा मंगल शनि के शत्रु ग्रह है.  

शनि के साथ कौन से ग्रह सम संबन्ध रखते है. |  Which planet forms neutral relation with the Saturn.  

शनि के साथ गुरु सम संबन्ध रखता है.  

शनि को कौन सी राशियों का स्वामित्व प्राप्त है. | Saturn is Which sign Lord.  

शनि को मकर व कुम्भ राशियों का स्वामित्व प्राप्त है.  

शनि की मूलत्रिकोण राशि कौन सी है. | Which is the Mooltrikona sign of the Saturn.  

शनि की मूलत्रिकोण राशि कुम्भ है. इस राशि में शनि 1अंश से 20 अंश के मध्य अपनी मूलत्रिकोण राशि में होते है.  

शनि किस राशि में उच्च के होते है. | Which is the exalted sign of the Saturn.  

शनि तुला राशि में 20 अंश पर उच्च राशिस्थ होते है.  

शनि की नीच राशि कौन सी है. | Which is the debiliated sign of the Saturn.  

शनि की नीच राशि मेष है. मेष राशि में शनि 20 अंश पर होने पर अपनी नीच राशि में होते है.  

शनि ग्रह किस लिंग के कारक है. | Saturn comes under which gender category 

शनि ग्रह को स्त्री प्रधान, और नपुंसक ग्रह कहा गया है. 

शनि ग्रह की दिशा कौन सी है. | Which Direction  represent the Saturn.  

शनि ग्रह पश्चिम दिशा का प्रतिनिधित्व करते है.  

शनि ग्रह का भाग्य रत्न कौन सा है. | Which gem must be hold for the Saturn.  

शनि ग्रह का भाग्य रत्न नीलम, कटैला है. 

शनि ग्रह का शुभ रंग कौन सा है. |  What is the colour of the Saturn.  

स्धनि ग्रह का रंग भूरा, नेवी, ब्लू रंग् कालापन लिए हुए होता है.  

शनि ग्रह की शुभ अंक कौन से है. | What is the Number of the Venus.  

शनि ग्रह के लिए 8, 17, 26 अंक का प्रयोग करना शुभ रहता है.  

शनि ग्रह के लिए किस देव का पूजन करना चाहिए. | Which god should be worshipped for the Saturn.  

शनि ग्रह के लिए ब्रह्मा, शिव का पूजन करना चाहिए.  

शनि देव का बीज मंत्र कौन सा है. | Which is the beej  mantra of the Saturn.  

शनि देव का बीज मंत्र इस प्रकार है.  

ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनैं नम: ( एक संकल्प समय में 23000 बार)

शनि का वैदिक मंत्र कौन सा है. | Which is the Vedic mantra of the Saturn. 

शनि ग्रह का वैदिक मंत्र इस प्रकार है. 

नीलाजंन समाभासं रवि पुत्रम यजाग्रजम।

छाया मार्तण्ड सम्भूतं तं नमामि शज्नैश्वरम।।

शनि की दान योग्य वस्तुएं कौन सी है. | What should be given in Charity for the Saturn.  

शनि के लिए लोहा, काली कीलें, काला कपडा, काले फूल, मां की दाल, काली उडद की दाल, कस्तूरी, काली गाय. इनमें से किसी एक वस्तु का दान शनिवार को दोपहर को करना शुभ रहता है.  

शनि का रुप-रंग कैसा है. |  What is the form of Saturn affected people.

शनि देव लम्बे पतले शरीर वालें, रंग में पीलापन लिए होता है. लम्बे और मुडे हुए नाखून, बडे बडे दांत, वाररोग, आलसी,रुखे उलझे बाल वाले है. 

शनि देव शरीर में कौन से अंगों का प्रतिनिधित्व करते है. | Saturn represents which organs of the body 

शनि देव वायु तत्व रोग, पित्त प्रधान, गर्दन, हड्डियां, दान्त, प्रदूषण के कारण होने वाले रोग, मानसिक विक्षेप,  पेट के रोग, चोट, आघात, अंगहीन, कैन्सर, लकवा, गठिया, बहरापन,लम्बी अवधि के रोग देता है. 

शनि कौन सी वस्तुओं का प्रतिनिधित्व करता है. | What is the specific Karaka of the Saturn. 

शनि को देरी, अवरोध, कष्ट, विपत्ति, लोकतन्त्र, मोक्ष का कारक माना गया है.  

शनि के विशिष्ठ गुण क्या है. | What is the specific Quality of the Saturn. 

शनि तर्क, दर्शन, आत्मत्याग, नपुंसक ग्रह, कृ्पण, विनाशकारी शक्तियां, ठण्डा बर्फीला ग्रह, रहस्यमय, रुखा. आदि गुण देता है.  

शनि के कार्यक्षेत्र कौन से है. |  Saturn and Choice of Profession

शनि आजीविका भाव का स्वामी होने पर व्यक्ति से सेवा कार्य कराता है. इस योग का व्यक्ति कठोर परिश्रम करने वाला, नौकरी पसन्द, सरकारी नौकरी प्राप्त, दिमागी और शारीरिक कार्य करने में कुशल, लोहा और इस्पात, ईंट, शीशे टायल कारखाना, जूते-चप्पल, लकडी या पत्थर का काम, बढई, तेल का काम, राजगीर, दण्ड देने से संबन्धित उपकरण,  सभी प्रकार के उत्तरदायित्व वाली नौकरियां, गहन अध्ययन, और गहरे अध्ययन,  मकान निर्माण, सर्वेक्षण, ठेकेदारी, खान खोदने वाले, धोखेबाज, भिखारी, जल्लाद, तपस्वी, काला जादू, छाता, सेवक, चालक, कुली, निर्माता.