राहू क्या है । The Rahu in Astrology । Know Your Planets- Rahu | Which Gemstone must be hold for the Rahu.
राहू व्यक्ति को शोध करने की प्रवृ्ति देता है, राहू की कारक वस्तुओ में निष्ठुर वाणी युक्त, विदेश में जीवन, यात्रा, अकाल, इच्छाएं, त्वचा पर दाग, चर्म रोग, सरीसृ्प, सांप और सांप का जहर, विष, महामारी, अनैतिक महिला से संबन्ध, दादा,नानी, व्यर्थ के तर्क, भडकाऊ भाषण, बनावटीपन, विधवापन, दर्द और सूजन,डूबना, अंधेरा, दु:ख पहुंचाने वाले शब्द, निम्न जाति, दुष्ट स्त्री, जुआरी, विधर्मी, चालाकी, संक्रीण सोच, पीठ पीछे बुराई करने वाले, पाखण्डी.
बुरी आदतों का आदी, जहाज के साथ जलमण्न होना, डूबना, रोगी स्त्री के साथ आनन्द, अंगच्छेदन होना, डूबना, पथरी, कोढ, बल, व्यय, आत्मसम्मान, शत्रु, मिलावट दुर्घटना, नितम्ब, देश निकाला, विकलांग, खोजकर्ता, शराब, झगडा, गैरकानूनी, तरकीब से सामान देश से अन्दर बाहर ले जाना. जासूसी, आत्महत्या, विषैला, विधवा, पहलवान, शिकारी, दासता, शीघ्र उत्तेजित होने वाला, मलेच्छ ग्रह.
राहू किस लिंग का प्रतिनिधित्व करता है. | Rahu comes under which gender category
राहू पुरुष प्रधान ग्रह है. राहू पंचम भाव में व्यक्ति को पुरुष संतान देता है.
राहू की दिशा कौन सी है. | Which Direction represent the Rahu.
राहू की दिशा दक्षिण-पश्चिम है. राहू के लिए किए जाने वाले कार्य इस दिशा में करने उत्तम फल देने वाले समझे जाते है.
राहू का भाग्य रत्न कौन सा है. | Which Gemstone must be hold for the Rahu.
राहू का रत्न गोमेद या आँनिक्स है, आँनिक्स को सुलेमानी पत्थर के नाम से भी जाना जाता है. इस रत्न को स्त्री बायं हाथ में धारण करें, पुरुष को दुसरी या तीसरी अंगूली में धारण करना चाहिए. इस रत्न को पंचधातु में लगवा कर धारण किया जाता है.
राहू के लिए किस देवता की पूजा करनी चाहिए. | Which god should be worshipped for the Rahu.
राहू के लिए महाशक्ति और नाग पूजा की जाती है.
राहु का बीज मंत्र कौन सा है. | Which is the beej mantra of the Rahu.
राहू का बीज मंत्र इस प्रकार है.
ऊँ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: राहूवे नम:
राहू का वैदिक मंत्र कौन सा है. | Which is the Vedic mantra of the Rahu.
राहू का वैदिक मंत्र इस प्रकार है.
अर्धकांयं महावीर्य़ चंद्रादित्य चिमर्दनम ।
सिंहिकाग र्भसंभूतं राहूं प्रणामाम्यहम।।
राहू के लिए कौन सी वस्तुओं का दान करना चाहिए. | What should be given in Charity for the Rahu.
राहू के लिए सरसों, मूली, कम्बल, तिल, सिन्दूर, केसर, सतनाज, कोयला आदि वीरवार सांय या सोमवार सुबह के समय दान करना चाहिए.
राहू व्यक्ति को कैसा रंग-रुप देता है. | What is the form of Rahu affected people.
राहू व्यक्ति को क्रोधी, कफमय, देखने में आग जैसा, लम्बा कद, काला रुप-रंग.
राहू शरीर में कौन से अंगों का प्रतिनिधित्व करता है. | Rahu represents which organs of the body
राहू शरीर में पैर, सांस प्रणाली का प्रतिनिधित्व करता है.
राहू की कारक वस्तुएं कौन सी है. | What is the specific Karaka of the Rahu.
राहू व्यक्ति को भौतिकता, बूढा दिखना, गंजापन, सर्वातिशायी, सिद्धान्तवादी, जहां बैठा हो उस राशि और नक्षत्र के स्वामी, राहू विदेशियों, विदेशी जातियों, विदेश ओर विदेश यात्राओं को दर्शाता है.
राहू के विशिष्ट गुण कौन से है. | What is the specific Quality of the Rahu.
राहू वैराग्यकारक, ज्ञानकारक, सनक, विदेश यात्राएं देता है.
राहू के कारण कालसर्प योग किस प्रकार बनता है. | Kalsarp Yoga
जब कुण्डली में राहू और केतु के बीच होते है. तो कालसर्प योग बनता है. व्यक्ति के जीवन में उत्तार-चढाव लगे रहते है. जब गोचर में राहू-केतु जन्मकालीन राहू-केतु के निकट आते है, तो वह अधिक पीडीत होता है. अगर लग्न के बाद केतु आता है, और फिर राहू राहू आता है, तो यह अशुभ योग "कालामृ्ग योग" बनता है. ऎसी स्थिति में इस योग की अशुभता समाप्त हो जाती है.
राहू विशाखा नक्षत्र में हो तो यह योग निष्फल हो जाता है. जब कोई भी ग्रह राहू य़ा केतु की युति में हो तो कालामृ्त योग निष्क्रिय हो जाता है. सामान्यत: कालसर्प योग शारीरिक स्वस्थता या दिमागी क्षमता या आयु को क्षीण नहीं करता है. इसके प्रभावों को सामान्यत: जीवन पर्यन्त महसूस किया जाता है. या राहू-केतु की दशाओं में महसूस किया जाता है. या जब राहू-केतु जन्मकालीन लग्न या चन्द्रमा या सूर्य पर गोचर करते है, तब महसूस किया जाता है.
लग्न या लग्नेश या राहू-केतु पर कोई भी शुभ दृष्टि इसके अशुभ प्रभावों को कम करती है. कालसर्प योग वाले व्यक्ति को उस समय अधिक कष्ट महसूस होता है. जब राहू-केतु गोचर में जन्म कालीन भोगांशों के निकटतम होते है.
राहू के कार्यक्षेत्र कौन से है. | Rahu and Choice of Profession
राहू व्यक्ति से शोध कार्य कराता है. जोखिम के कार्य, वकील, विद्वान, औषधी, एन्टीबायोटिक, दूरभाष, बिजली, हवाई विमान सेवा, जहाज से सम्बन्धित कार्य, वायुयान चालन, कम्प्यूटर, इलेक्ट्रोनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी, कडे और क्रूर स्वभाव के व्यवसाय, मलव्यवस्था, हड्डियों का कारखाना, खाल और चमडा, जादू, शव सम्बन्धित शवग्रह वधशाला, दुर्गन्द वाले गन्दे स्थान, संपेरा, पहलवान, नीच कार्य, कसाई वाले कार्य, चोरी, जादू-टोना, जुआ खेलना, विषैली दवाईयां, इलेक्ट्रोनिक्स, नवीनतम खोजी गई वस्तुएं और उनका कार्य, वैज्ञानिक शोध और इलेक्ट्रोन के क्षेत्र में कार्य दे सकता है.