basantpanchami1 बसन्त पंचमी का पर्व माघ मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन मनाया जाता है. इस वर्ष यह पर्व 26 जनवरी , 2023 में मनाया जायेगा.बसन्त पंचमी के दिन भगवान श्रीविष्णु, श्री कृष्ण-राधा व शिक्षा की देवी माता सरस्वती की पूजा पीले फूल, गुलाल, अर्ध्य, धूप, दीप, आदि द्वारा की जाती है.

saraswati_pooja2 सरस्वती वाणी एवं ज्ञान की देवी है. ज्ञान को संसार में सभी चीजों से श्रेष्ठ कहा गया है. इस आधार पर देवी सरस्वती सभी से श्रेष्ठ हैं. इस आधार पर देवी सरस्वती सभी से श्रेष्ठ हैं. कहा जाता है कि जहां सरस्वती का वास होता है वहां लक्ष्मी एवं काली माता भी विराजमान रहती हैं.

basant_mela2 वसन्त पंचमी पर्व वर्ष 2023 में 26 जनवरी, के दिन में मनाया जायेगा. इस तिथि में चन्द्र मास माघ और शुक्ल पक्ष रहेगा. पंचमी तिथि के दिन भारत के उतर प्रदेश में भगवान श्री कृष्ण की जन्म स्थली मथुरा में ऋषि दूर्वासा के मंदिर में

basantpanchami_muhurt2 हिन्दु कैलेण्डर के अनुसार प्रत्येक वर्ष माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को वसंत पंचमी के रुप में मनाया जाता है. भारत में छ: ऋतुओं को मुख्य रुप से मनाया जाता है.

kite_flying2 बसंत ऋतु के आते ही सर्दी की ठिठुरन कम होने लगती है. कम्बलों एवं रजाई में दुबके हुए लोगों के शरीर में नई उर्जा का संचार होता है. पशु-पंक्षियों एवं पेड़-पौधों में भी नई जान आ जाती है.

saraswati_pujan2 माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन सरस्वती पूजा करने का विशेष मह्त्व है. ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से देखे तो कुण्डली का पंचम भाव शिक्षा भाव कहलाता है.

basant_khana2 मकर संक्रान्ति के दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होता है जिसकी खुशी में लोग मकर संक्रान्ति का त्यौहार मनाते हैं. इसी प्रकार बसंत पंचमी के दिन बसंत के स्वागत में जन समुदाय उत्सव मनाता है.